इंडिया न्यूज रिपोर्टर डेस्क। दुनिया में ड्रग तस्करी चरम पर है। कमोवेश सभी देश इस काले कारोबार की पूरी चपेट में आ गए हैं। कई देशों की सरकार भी मौत के इन्हीं सौदागरों की अर्थ व्यवस्था से चल रही है।
हालात इतनी बेकाबू हो गई कि कैदियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को सेना की मदद लेनी पड़ी। दो गुटों में हुई हिंसक झड़प में 125 से अधिक लोगों की मौत हो गई। 75 से अधिक लोग घायल हुए हैं। कैदियों के दोनों गुट ड्रग तस्करी से जुड़े हैं।
जेल के अंदर इस खूनी संघर्ष के दौरान जमकर बम, गोली, तलवार, चाकू आदि चलाए गए। कई के सिर कलम हो गए। फिलहाल दक्षिणी अमेरिकी सेना जेल को चारो तरफ से घेरे हुए हुए है और हिंसा पर काबू करने के प्रयास में जुटी है।
विदेशी न्यूज एजेंसी के अनुसार दक्षिण अमेरिकी देश इक्वाडोर की गुआयाकिल जेल जेल में कैदियों के दो गुटों में खूनी संघर्ष हो गया। इस खूनी झड़प में 125 से अधिक लोगों की मौत हो गई, जिनमें अधिकांश कैदी हैं। जबकि 75 से अधिक लोग बुरी तरह घायल हुए हैं।
इक्वाडोर की जेल में हुए इस संघर्ष में बमबाजी के साथ गोलियां भी चलीं, चाकू-तलवार भी चलाए गए। इस दौरान कई जोरदार धमाके भी सुने गए। इस वारदात ने अमेरिका के साथ पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया है।
खबरों के मुताबिक कैदियों के दोनों गुट ड्रग तस्करी से जुड़े हुए हैं। राष्ट्रीय अभियोजक के कार्यालय ने कहा है कि कम से कम छह लोगों के सिर काट दिए गए, दो पुलिस अधिकारी भी बुरी तरह घायल हुए हैं।
हालांकि, इक्वाडोर की जेल प्रशासन ने बताया है कि पुलिस और सेना ने करीब पांच घंटे बाद गुआयाकिल जेल हिंसा पर स्थिति को काबू पा लिया है। स्थिति अब पूरी तरह से प्रशासन के नियंत्रण में है।
बता दें कि 23 फरवरी को, गुआयाकिल सहित चार जेलों में एक साथ हुए दंगों में 79 कैदी मारे गए थे, जिनमें से कई का सिर कलम कर दिया गया। लेकिन एक बार फिर से इसी तरह की वारदात को अंजाम दिया गया है, जिसने वहाँ की शासन व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं।