पटना (इंडिया न्यूज रिपोर्टर)। बीपीएससी की 67वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक का मामला अब बिहार की राजनीति से जुड़ गया है।
ईओयू के अनुसार इसी कॉलेज से बीपीएससी के एग्जाम का प्रश्न पत्र पेपर लीक हुआ था। उस दिन शक्ति कुमार वहां के सेंटर सुपरिटेंडेंट थे। आर्थिक अपराध इकाई ने शक्ति कुमार को पेपर लीक कांड का मास्टर माइंड बताया है।
गिरफ्तार प्रिंसिपल शक्ति कुमार को जेल भेज दिया गया है। दरअसल, शक्ति सिंह जदयू के नेता है। राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का जब जदयू में विलय हुआ था तो शक्ति सिंह भी जदयू की सदस्यता लेकर पार्टी में आ गये थे।
शक्ति कुमार ने यह कबूल किया है कि डॉक स्कैनर मोबाइल एप के जरिए सेट सी के पेपर को स्कैन किया था। वो भी एग्जाम शुरु होने से ठीक आधे घंटे पहले।
मतलब कि सुबह के 10:30 बजे। उसने ही प्रश्न पत्रों को व्हाट्सअप के जरिए सीडीए कर्मचारी कपिल देव को भेजा था। कपिल देव अभी फरार बताया गया है।
बताया गया कपिल देव ने ही इन प्रश्न पत्रों को महेश और एनआईटी के छात्र पिंटू यादव को फॉरवर्ड किया था। बाद में इसे अन्य जगह शेयर किया गया।
उल्लेखनीय है कि 8 मई को हुए बीपीएससी की 67वें परीक्षा के शुरू होने पहले ही प्रश्न पत्र लीक हो गया था। इसके बाद सरकार ने इसकी जांच के लिए एक टीम का गठन किया था।
टीम गठन के कुछ घंटे बाद ही प्रश्न पत्र लीक होने की घटना सच हुई और सरकार ने तुरंत ही इस परीक्षा को रद्द कर दिया था।
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