INR_ EMN. भारतीय गृह मंत्रालय में राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी ने राज्य मंत्री ने कहा है कि विभिन्न स्तर के कमांडरों के बीच, आवश्यकता के आधार पर फ्लैग बैठकें भी आयोजित की जाती हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि सरकार सीमा पार से आतंकवाद के मुद्दे को द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर लगातार उठाती रही है और इसमें आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग पर अधिक बल दिया है।
आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कुछ जरूरी कदमों में काइनेटिक ऑपरेशन और रोकथाम संबंधी ऑपरेशन शामिल हैं। काइनेटिक ऑपरेशन के दौरान आतंकवादियों और उनके समर्थकों की सक्रिय रूप से पहचान कर, घेराबंदी, तलाशी व गिरफ्तारी की जाती है और यदि इस दौरान उनके द्वारा हिंसा की जाती है तो उन्हें उचित जवाब दिया जाता है।
घुसपैठ के सभी संभावित मार्गों पर रात की गश्त बढ़ाई गई
वहीं रोकथाम संबंधी ऑपरेशन में आतंकवाद के रणनीतिक समर्थकों की सक्रिय रूप से पहचान करना और उनके छद्म आवरण को हटाने तथा वित्तपोषण, भर्ती आदि जैसे आतंकवाद में सहायता पहुंचाने और इसके लिए उकसाने वाले उनके तंत्रों को उजागर करने आदि के लिए जांच शुरू की जाती है।
इसके अलावा राज्य मंत्री ने यह जानकरी भी दी कि घुसपैठ के सभी संभावित मार्गों पर रात की गश्त बढ़ा दी गई है और नाके लगा दिए गए हैं। सीमावर्ती क्षेत्रों से आने वाले वाहनों की पूरी तरह से जांच की जा रही है।
आतंकी हमलों की जांच में उजागर पाकिस्तान से संबंधित जानकारी भी की जाती है एकत्रित
समन्वय बैठकें नियमित रूप से आयोजित की जा रही हैं और इस क्षेत्र में तैनात सभी बलों द्वारा अत्यधिक सतर्कता बरती जा रही है। जम्मू और कश्मीर में तैनात सभी सुरक्षा बलों के बीच वास्तविक समय के आधार पर सूचना संबंधी जानकारियों साझा की जाती है।
इसके अतिरिक्त विभिन्न आतंकवादी गुटों के साथ पाकिस्तान के संबंध को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर उजागर करने के लिए, भारत सरकार आतंकवादी हमलों की जांच के दौरान एकत्रित किए गए विभिन्न साक्ष्यों का भी प्रयोग कर रही है ताकि उसे द्विपक्षीय और बहुपक्षीय बातचीत में शामिल किया जा सके।