“हालांकि काबुल में भारी अफरातफरी के बीच हिंसा की खबर है। बीच-बीच में गोलीबारी और धमाके की आवाज आ रही है। इस बीच अमेरिका समेत तमाम देश अपने दूतावास से कर्मचारियों को निकाल रहे हैं…
इंडिया न्यूज रिपोर्टर डेस्क। अफगानिस्तान में तालिबानी कब्जे के बाद से स्थिति भयावह बनी हुई है। लोग बिना सामान लिए ही देश छोड़कर भाग रहे हैं।
उधर काबुल एयरपोर्ट पर भी भारी भीड़ जमा हो गई है, जिसके कारण वहां भगदड़ की स्थिति बन गई है। भीड़ को काबू करने के लिए अमेरिकी सैनिकों को बीच-बीच में हवाई फायरिंग करनी पड़ रही है।
इसी बीच अफगानिस्तान की सेना के एक विमान के उजबेकिस्तान में दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर है। यह जानकारी समाचार एजेंसी एएनआई ने दी है।
काबुल पहुंचा भारतीय वायुसेना का विमानः अफगानिस्तान में हालात बिगड़ने के साथ वहां से विमानों की आवाजाही पर भी असर पड़ रहा है। नागरिक विमानों के लिए यहां का एयरस्पेस बंद कया जा चुका है। विभिन्न देशों की सेनाएं अपने-अपने विमानों से लोगों को निकाल रही हैं।
काबुल में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए सोमवार को भारतीय वायुसेना का एक विमान भी काबुल पहुंचा। यह विमान पाकिस्तान के एयरस्पेस से न जाकर ईरान के रास्ते गया। इससे पहले रविवार की शाम को एयर इंडिया का एक विमान काबुल से 129 लोगों को लेकर दिल्ली आया था।
अमेरिकी सेना ने संभाला अफगान एयरस्पेस का नियंत्रणः अफगानिस्तान के काबिल एयरपोर्ट पर बिगड़ती स्थितियों के बीच अफगानिस्तान के एयरस्पेस का नियंत्रण अमेरिकी सेना ने अपने हाथ में ले लिया है। वहीं, तालिबानियों ने लोगों से शांत रहने की अपील की है।
काबुल एयरपोर्ट पर दहशत का माहौलः काबुल एयरपोर्ट पर लोगों में भय साफ दिखाई दे रहा है। लोग किसी भी तरह देश छोड़ना चाहते हैं। इसके लिए वह अपनी जान तक जोखिम में डाल दे रहे हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में कुछ लोगों को एक रनवे पर दौड़ते विमान के बाहरी हिस्से पर बैठे हुए देखा जा रहा है।
वहीं, एक अन्य घटना में तीन अफगानी नागरिक एक अमेरिकी सैन्य विमान के टायरों के बीच खड़े हो गए। लेकिन विमान के उड़ान भरने पर एक-एक कर तीनों गिर गए।
टोलो न्यूज के परिसर में पहुंचा तालिबानः तालिबान अफगानिस्तान की प्रमुख समाचर एजेंसी टोलो न्यूज के परिसर में पहुंचा।
समाचार एजेंसी एएनआई ने टोलो न्यूज के हवाले से बताया कि इस दौरान तालिबानियों ने सुरक्षा कर्मचारियों के हथियारों की जांच की, सरकार की ओर से जारी किए गए हथियार एकत्र किए और परिसर को सुरक्षित रखने पर सहमति जताई।
विदेश मंत्रालय करेगा हिदुओं और सिखों को निकालने की व्यवस्थाः अफगानिस्तान में बिगड़ते हालात के बीच वहां फंसे हिंदुओं और सिखों को वहां से निकालने को लेकर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि विदेश मंत्रालय और इसके लिए जिम्मेदार अन्य संस्थान इसकी व्यवस्था करेंगे।
एयर इंडिया ने बदला रूटः एयर इंडिया ने सोमवार को कहा कि उसने अपनी शिकागो-दिल्ली उड़ान का मार्ग बदलकर उसे संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में शारजाह की ओर मोड़ दिया है, ताकि अफगानिस्तान के हवाई क्षेत्र में प्रवेश से बचा जा सके।
इससे पहले काबुल हवाई अड्डे के अधिकारियों ने कहा था कि अफगानिस्तान का हवाई क्षेत्र अनियंत्रित है।
अधिकारियों ने बताया कि शिकागो-दिल्ली की उड़ान विमान में ईंधन भरवाने के लिए शारजाह में उतरेगी। इसके बाद उड़ान दिल्ली के लिए रवाना होगी और वह अफगान हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल नहीं करेगी।
अमेरिकी सेना की फायरिंग में अब तक पांच लोगों की मौतः अफगानिस्तान में काबुल एयरपोर्ट पर की गई फायरिंग में पांच लोगों की मौत हो गई है। इस बीच भारत से सभी उड़ानें बंद होने के बाद भारतीय नागरिक भी असहाय नजर आ रहे हैं।
काबुल और दिल्ली के बीच की सभी उड़ानें रद्दः तालिबान ने अफगानिस्तान में हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है। जिसके कारण काबुल और दिल्ली के बीच की सभी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं।
बता दें कि भारत की ओर से एयर इंडिया की कुछ फ्लाइट्स को एयर लिफ्ट के लिए रखा गया था।
अमेरिकी सेना की फायरिंग में कई लोगों के मारे जाने की खबरः अफगानिस्तान के काबुल एयरपोर्ट पर अमेरिकी सेना द्वारा ताबड़तोड़ फायरिंग की खबर आ रही है। इस फायरिंग में कई लोगों के मारे जाने की खबर है।
काबुल हवाईअड्डे पर अमेरिकी सेना द्वारा हवाई फायरिंगः काबुल हवाईअड्डे पर अमेरिकी सेना द्वारा हवाई फायरिंग की गई है। यहां इकट्ठी रही भीड़ को काबू में करने के लिए अमेरिकी सेना ने ऐसा किया है।
अमेरिका काबुल हवाई अड्डे पर अपने 6,000 सैनिकों को तैनात करेगाः संयुक्त राज्य अमेरिका ने कहा है कि वह अपने नागरिकों और सहयोगियों से अफगानिस्तान से सुरक्षित प्रस्थान सुनिश्चित करने के लिए काबुल हवाई अड्डे पर अपने 6,000 सैनिकों को तैनात करेगा जिसे अब अचानक तालिबान ने अपने कब्जे में ले लिया है।
दिल्ली से काबुल जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट का समय बदलाः दिल्ली से काबुल जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट अब रात 8.30 बजे के बजाय 12.30 बजे उड़ान भरेगी।
वहीं सरकार ने एयर इंडिया से कहा है कि वह काबुल से आपातकालीन निकासी के लिए दो विमानों को स्टैंडबाय पर रखे। एयर इंडिया ने काबुल से नई दिल्ली के लिए आपातकालीन संचालन के लिए एक दल तैयार किया है। सरकारी सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है।
अफगानिस्तान के लोग 17 अगस्त तक घरों में ही रहें: तालिबानः अफगानिस्तान पर कब्जा के बाद तालिबान का आतंक चरम पर है। ताजा जानकारी के अनुसार तालिबान ने लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि 17 अगस्त को सुबह 8 बजे तक घरों में रहें।
काबुल में दूतावास से अमेरिकी झंडा उतारा गयाः अमेरिका के विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि अफगानिस्तान से अपने लोगों को निकालने के बीच काबुल में अमेरिकी दूतावास से अमेरिकी झंडा उतार लिया गया है।
अधिकारी ने बताया कि दूतावास के लगभग सभी अधिकारियों को शहर के अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पहुंचा दिया गया है, जहां पर हजारों अमेरिकी तथा अन्य लोग विमानों का इंतजार कर रहे हैं।
अधिकारी ने बताया कि अमेरिकी झंडा दूतावास के अधिकारियों में से एक के पास है।
भारत स्थित अफगान दूतावास का ट्विटर अकाउंट हैकः भारत स्थित अफगान दूतावास का ट्विटर अकाउंट हैक हो गया है। इस बात की पुष्टि प्रेस सचिव अब्दुलहक आजाद ने की है। उन्होंने कहा कि मैंने लॉग इन करने की कोशिश की है लेकिन इसे एक्सेस नहीं कर पा रहा हूं।
काबुल से अपने दूतावास को हवाई अड्डे पर स्थानांतरित कर रहा फ्रांसः फ्रांस अपने सभी नागरिकों को अफगानिस्तान से निकालने के लिए काबुल स्थित फ्रांसीसी दूतावास को फिलहाल अबू धाबी हवाई अड्डे पर स्थानांतरित कर रहा है।
विदेश मंत्री ने एक बयान में कहा कि आने वाले कुछ घंटों में संयुक्त अरब अमीरात में सैनिकों और विमानों की तैनाती की जाएगी।
हामिद करजई एयरपोर्ट की सुरक्षा कड़ीः अमेरिका ने कहा- अभी हम हामिद करजई एयरपोर्ट की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में काम कर रहे हैं ताकि अमेरिकी और सहयोगी देशों की सेना के जवान नागरिक व सैन्य विमानों से रवाना हो सकें।
अमेरिका ने बयान जारी कियाः अमेरिका ने बयान जारी कर कहा- अफगानी और अंतर्राषट्रीय नागरिकों को देश छोड़ने की इजाजत मिलनी चाहिए। इसके लिए सड़क, एयरपोर्ट और सीमाएं खोली जाएं और शांति बरकरार रखी जाए। अफगानिस्तान के लोग शांतिपूर्ण तरीके से रहना चाहते हैं। हम उनकी मदद के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
वियतनाम की न हो पुनरावृत्तिः अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन का कहना है कि तालिबान के अफगान राजधानी में प्रवेश करने के साथ ही अमेरिका काबुल में अपने दूतावास के शेष कर्मचारियों को व्यवस्थित तरीके से निकाल रहा है।
हालांकि उन्होंने जल्दीबाजी में अमेरिका के वहां से निकलने के आरोपों को तवज्जो नहीं देते हुए कहा कि यह वियतनाम की पुनरावृत्ति नहीं है।
तालिबान को इतनी आसान जीत की नहीं थी उम्मीदः तालिबान के दूसरे नंबर के नेता मुल्ला बारादर का बयान, उम्मीद नहीं थी कि इतनी जल्दी हमें जीत हासिल हो जाएगी।
बारादर ने कहा कि सभी लोगों के जान-माल की रक्षा की जाएगी। अगले कुछ दिनों में सब नियंत्रित कर लिया जाएगा। हमने सोचा नहीं था कि इतनी आसान और इतनी जल्दी जीत मिलेगी। अगले कुछ दिनों में सभी चीजें सामान्य हो जाएंगी।
सत्ता हस्तांतरण का काम शुरूः अब अफगानिस्तान में सत्ता हस्तांतरण का काम शुरू होगा। तालिबान ने कहा है कि वह देश में इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान को दोबारा स्थापित करेगा।
पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई, अब्दुल्ला अब्दुल्ला और पूर्व तालिबान नेता गुलबुद्दीन हिकमतयार ने एक कमेटी का गठन किया है जो शांतिपूर्ण सत्ता हस्तांतरण को अंजाम देगा।
अफगानिस्तान छोड़ना चाहते हैं लोगः काबुल एयरपोर्ट की ओर जाने वाली मुख्य सड़क खचाखच भरी हुई है। लोग जल्द से जल्द अफगानिस्तान छोड़ना चाहते हैं। अमेरिकी सुरक्षा बल इनकी सुरक्षा में तैनात हैं।
काबुल एयरपोर्ट पर फायरिंग में पांच की मौत, दिल्ली से सभी उड़ानें रद्द, संकट में फंसे भारतीयः अफगानिस्तान पर तालिबान का पूरी तरह कब्जा हो गया है। राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर भाग चुके हैं।
उन्होंने बयान जारी करते हुए कहा कि देश को खून-खराबे से बचाने के लिए उन्होंने देश छोड़ा है। उन्होंने कहा कि मेरे पास इसके सिवाय और कोई रास्ता नहीं था। बताया जा रहा है कि वो ताजिकिस्तान भागे हैं।