इंडिया न्यूज रिपोर्टर डेस्क। 26/11 मुंबई हमलों में मुख्य हैंडलर साजिद मजीद मीर को पाकिस्तान की अदालत ने 15 साल की सजा सुनाई है। साजिद मीर के बारे में अब तक यह जानकारी थी कि उसकी मौत हो चुकी है।
पाकिस्तान की एक आतंकवाद-रोधी अदालत ने 2008 के मुंबई हमलों के मुख्य संचालक को आतंकी वित्तपोषण मामले में 15 साल से अधिक की जेल की सजा सुनाई है।
फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की आखिरी बैठक से पहले, पाकिस्तान ने कथित तौर पर एजेंसी को बताया कि उसने साजिद मीर को FATF की ‘ग्रे लिस्ट’ से हटाने की मांग करने के लिए गिरफ्तार किया था और उस पर मुकदमा चलाया था।
साजिद मीर, जिसके सिर पर 5 मिलियन अमरीकी डॉलर का इनाम है। वह 26/11 के मुंबई हमलों में अपनी भूमिका के लिए भारत की सबसे वांछित सूची में है, जिसमें 166 लोग मारे गए थे।
साजिद मजीद मीर मुंबई हमलों का था प्रोजेक्ट मैनेजरः साजिद मजीद मीर को मुंबई हमलों का प्रोजेक्ट मैनेजर कहा जाता है। मीर कथित तौर पर 2005 में फर्जी नाम से फर्जी पासपोर्ट का इस्तेमाल कर भारत आया था।
मुंबई आतंकी हमले के कथित मास्टरमाइंड और जमात-उद- दावा प्रमुख हाफिज सईद को लाहौर एटीसी आतंकवाद के वित्तपोषण के मामलों में पहले ही 68 साल कैद की सजा सुना चुकी है।
दूसरी तरफ संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादी सईद जिस पर अमेरिका ने 10 मिलियन अमरीकी डॉलर का इनाम रखा है, को जुलाई 2019 को आतंकवाद के वित्तपोषण के मामलों में गिरफ्तार किया गया था।
सईद के नेतृत्व वाला जमात-उद-दावा, लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के लिए अग्रणी संगठन है, जो 2008 के मुंबई हमले को अंजाम देने के लिए जिम्मेदार है, जिसमें छह अमेरिकी भी मारे गए थे। अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने सईद को विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी के रूप में नामित किया है।
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