INR (PBNS). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नैसकॉम टेक्नोलॉजी और लीडरशीप फोरम को संबोधित करते हुए पीएम नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि नैसकॉम का टेक्नोलॉजी और लीडरशिप फोरम मेरी दृष्टि से बहुत विशेष है। अब एक ऐसा समय है जब दुनिया भारत से पहले से ज्यादा उम्मीद और भरोसे के साथ देख रही है। हमारे यहां कहा गया है “न दैन्यं न पलायनम्” यानी कितनी भी मुश्किल हो हमें खुद को कमजोर नहीं समझना चाहिए और न ही चुनौती से डर कर पलायन करना चाहिए।
आईटी इंडस्ट्री अपने रेवेन्यू में चार बिलियन डॉलर और जोड़े तो सचमुच यह प्रशंसनीय हैः उन्होंने कहा कोरोना के दौरान भारत ने जो समाधान दिए वो आज पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा है। भारत की आई.टी. इंडस्ट्रीज ने कमाल करके दिखाया है।
आई.टी इंडस्ट्री ने सिद्ध किया है कि वो भारत के विकास का मजबूत स्तंभः प्रधानमंत्री ने कहा इस दौरान लाखों नए रोज़गार देकर आई.टी इंडस्ट्री ने सिद्ध किया है कि वो भारत के विकास का मजबूत स्तंभ क्यों है। आज तमाम डेटा हर इंडिकेटर ये दिखा रहे हैं कि आईटी इंडस्ट्री का ये ग्रोथ मूवमेंटम ऐसी ही नई बुलंदिया छूने वाला है। साथियों नया भारत व हर भारतवासी प्रगति के लिए अधीर है। हमारी सरकार नए भारत के युवाओं की इन भावनाओं को समझती है। 130 करोड़ से अधिक भारतीयों की अकांक्षाएं हमें तेजी से आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है। नए भारत से जुड़ी अपेक्षाएं जितनी सरकार से हैं उतनी ही आपसे भी है। देश के प्राइवेट सेक्टर से भी हैं।
बरसों पहले आईटी इंडस्ट्री ने अपने फुटप्रिंट्स ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर जमाएः पीएम मोदी बोले भारत की आईटी इंडस्ट्री ने अपने फुटप्रिंट्स ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर बरसों पहले जमा दिए थे। पूरी दुनिया को हमारे भारतीय एक्सपर्ट सर्विसिज एंड सॉल्युशन देने में नेतृत्व कर रहे थे। लेकिन कुछ कारण रहे कि भारत का जो विशाल डोमेस्टिक मार्केट है उसका लाभ आईटी इंडस्ट्री को नहीं मिल पाया। इस वजह से भारत में डिजिटल डिवाइड बढ़ता गया। हम कह सकते हैं दिया तले अंधेरे वाली रात हमारी सामने थी। हमारी सरकार की नीतियां और निर्णय गवाह है कि कैसे बीते वर्षों में हमारी सरकार ने इस अप्रोच को बदल दिया है। हमारी सरकार भी ये भलि-भांति जानती है कि बंधनों में भविष्य की लीडरशिप विकसित नहीं हो सकती। इसलिए सरकार द्वारा टेक इंडस्ट्री को अनावश्यक रेग्यूलेशन के बंधनों से बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा था। नेशनल डिजिटल कम्यूनिकेशन पॉलिसी एक ऐसा ही बड़ा प्रयास था।
भारत को ग्लोबल सॉफ्टवेयर प्रोडक्ट हब बनाने के लिए बनाई गई नेशनल पॉलिसीः भारत को ग्लोबल सॉफ्टवेयर प्रोडक्ट हब बनाने के लिए नेशनल पॉलिसी भी बनाई गई। सुधारों का यह सिलसिला कोरोना काल में भी जारी रहा। कोरोना काल में ही अदर सर्विस प्रोवाइडर (ओएसपी) गाइडलाइंस को जारी किया गया। इससे नई परिस्थितियों में आपके लिए काम करना आसान हुआ। आपको काम को कम से कम रुकावटों का सामना करना पड़ा। 90 प्रतिशत से ज्यादा लोग अपने घरों से काम कर रहे हैं कुछ लोग तो अपने मूल गांव से काम कर रहे हैं। यह अपने आप में बहुत बड़ी ताकत बनने वाला है। 12 चैम्पियन सर्विस सेक्टर में इंफोरमेशन टेक्नोलॉजी को शामिल करने का लाभ भी आपको होना शुरू हुआ है।
मैप और जियो स्पेशल डेटा को कंट्रोल मुक्त कर इसे इंडस्ट्री के लिए खोल देना एक बहुत महत्वपूर्ण कदमः पीएम मोदी ने कहा कि दो दिन पहले ही एक और महत्वपूर्ण पॉलिसी रिफ़ॉर्म किया गया है। मैप और जियो स्पेशल डेटा को कंट्रोल से मुक्त करके इसे इंडस्ट्री के लिए खोल देना एक बहुत महत्वपूर्ण कदम है। यह कदम ऐसा है जो इस फोरम की थीम शेपिंग द फ्यूचर टूवॉर्ड्स द बैटर नॉर्मल के साथ सरकार द्वारा पूर्वाश्रम का सरकार द्वारा किया गया कार्य है। यह ऐसा कदम है जो हमारे टेक्स स्टार्टअप इकोसिस्टम का सशक्त करने वाला है। यह ऐसा कदम है जो सिर्फ आईटी इंडस्ट्री ही नहीं बल्कि आत्मनिर्भर भारत में व्यापक मिशन को मजबूत बनाता है।
अब सरकारी कामकाज सरकारी रजिस्टरों से बाहरः पीएम मोदी ने कहा अब सरकारी कामकाज को सरकारी रजिस्टरों से बाहर निकालकर डैशबोर्ड पर लाया जा रहा है। प्रयास ये है कि सरकार और सरकारी विभाग की हर गतिविधि को देश का सामान्य नागरिक अपने फोन पर देख सके। आज डिजिटल टेक्नोलॉजी का प्रयोग करते हुए पूरी पारदर्शिता के साथ गवर्नमेंट ई मार्केट प्लेस यानी GEM के जरिए खरीद की जा रही है। आज ज्यादातर सरकारी टेंडर ऑनलाइन मंगवाएं जा रहे हैं। हमारे इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े प्रोजेक्ट्स हो या गरीबों के घर हर प्रोजेक्ट्स की जियो टैगिंग की जा रही है ताकि वो समय पर पूरा किया जा सके। यहां तक कि आज गांव के घरों की मैपिंग ड्रोन से की जा रही है। टैक्स से जुड़े मामलों में भी ह्यूमन इंटरफेयरेंस को कम किया जा रहा है। फेसलैस व्यवस्था विकसित की जा रही है।